इन सभी प्रयासों के बावजूद, मिशन रानीगंज के सदस्यों ने अपने लक्ष्य तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना किया। अपराध और अपराधियों की जाति, धर्म या समाजी दशा से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने बस अपने निष्ठापूर्ण उद्देश्य के प्रति वफादार रहकर काम किया।